इन्द्र जिमि जृम्भ पर
बाडव सअंभ पर
रावण सदंभ पर
रघुकुल राज है !
पवन बारिबाह पर
संभु रतिनाह पर
ज्यों सहसबाह पर
राम द्विजराज हैं !
दावा दृमदंड पर
चीता मृगझुन्द पर
भूषण वितुण्ड पर
जैसे मृगराज हैं !
तेज तमअंस पर
कन्ह जिमि कंस पर
त्यों म्लेंच्छ बंस पर
शेर शिवराज हैं!!!!!!!!!!!
- महाकवि भूषण
भाषांतर -
जृंभासुरास जसा इंद्र,
समुद्रास वडवानल,
गर्विष्ठ रावणास रामचंद्र,
मेघास वायु,
मदनास शिव,
सहस्त्रार्जुनास परशूराम,
वृक्षास दावाग्नी,
हरीण कळपावर चित्ता,
हत्तीस सिंह,
अंध:कारास प्रकाश,
कंसास श्रीकृष्ण,
त्याप्रमाणे म्लेंच्छकुळावर,
सिंहासमान शूर शिवराय होय!
-कविराज भूषण
Jay Bhavani Jay Shivaji
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